खुशी का एहसास हर किसी के लिए अलग होता है। अमीरी-गरीबी से इसका कोई लेना-देना नहीं है। सड़क पर रहने वाला व्यक्ति भी खुश हो सकता है और आलीशान घर में रहने वाला व्यक्ति तनावग्रस्त हो सकता है। रिसर्च के अनुसार, हमारी खुशी का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा हमारे कंट्रोल में होता है। इसका मतलब हम अपनी खुशी और ग़म के लिए कहीं न कहीं खुद ही जिम्मेदार होते हैं।
इस वीडियो में हम चर्चा करेंगे:
- खुशी का असली मतलब क्या है?
- कैसे हम खुद को खुश रख सकते हैं?
- विभिन्न धार्मिक और दार्शनिक विचारधाराएं खुशी के बारे में क्या कहती हैं?
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