रायपुर। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) फेस-4 के तहत दो दिवसीय ईस्ट जोन क्षेत्रीय कार्यशाला का गुरुवार को शुभारंभ हुआ. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य योजना के विभिन्न पहलुओं, नवीनतम तकनीकों, कार्यान्वयन प्रक्रिया और गुणवत्ता प्रबंधन पर चर्चा करना है.कार्यशाला की अध्यक्षता पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में सचिव भीम सिंह ने की. इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ प्रमुख अभियंता केके कटारे भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय डायरेक्टर केएम सिंह, NRIDA डिप्टी डायरेक्टर सुनील गुप्ता, NRIDA डायरेक्टर विशाल श्रीवास्तव, ग्रामीण विकास मंत्रालय से रंजन सैनी, विशाल कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे.भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा PMGSY-IV योजना प्रारंभ की गई है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य सामान्य क्षेत्रों में 500+ जनसंख्या वाली असंबद्ध बसाहट, आदिवासी क्षेत्रों में 250+ जनसंख्या वाली असंबद्ध बसाहट और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 100-249 जनसंख्या वाली असंबद्ध बसाहट को जोड़ना है. इसके साथ ही, सड़कों में आने वाली वृहद पुलों का भी निर्माण किया जाएगा. इस कार्यशाला में झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता एवं अन्य अभियंता भी भाग ले रहे हैं. कार्यशाला के पहले दिन प्रतिभागियों को उन्नत तकनीकों के उपयोग, हरित निर्माण विधियों, और गुणवत्ता प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी गई. साथ ही, ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता सुधार, सतत निर्माण तकनीकों के उपयोग, और परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा की गई. इस अवसर पर भीम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना ग्रामीण विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. इस प्रकार की कार्यशालाएँ योजना के सुचारू कार्यान्वयन और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होती हैं. कार्यशाला का समापन 8 जनवरी को होगा, जिसमें विचार-विमर्श के निष्कर्ष और सिफारिशें प्रस्तुत की जाएगी.