जमुई (बिहार) – बिहार के जमुई जिले
से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है।
पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो खुद को 'आईपीएस
अधिकारी' बताकर पुलिस की वर्दी
और नकली पिस्टल लेकर घूम रहा था। यह खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है
और लोग इस पर हैरानी जता रहे हैं कि बिना UPSC परीक्षा दिए और बिना किसी ट्रेनिंग के,
आखिर युवक को यह वर्दी कैसे मिल गई?
कैसे पकड़ा गया फर्जी
'IPS'?
सिकंदरा पुलिस ने इस युवक को बंधन बैंक
के पास से हिरासत में लिया। उसके पास से एक नकली पिस्टल, एक पल्सर RS 200 बाइक और 2 लाख रुपये का चेक भी बरामद किया गया है।
पुलिस को यह शक तब हुआ जब उन्होंने युवक को पुलिस की वर्दी पहने हुए और पिस्टल के
साथ देखा। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो उसकी कहानी में कई झोल दिखे, जिससे पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ।
कौन है यह युवक?
गिरफ्तार युवक की पहचान लखीसराय जिले के
हलसी थाना क्षेत्र के गोबर्धन बिगहा निवासी मिथिलेश कुमार के रूप में हुई है।
मिथिलेश ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि खैरा गांव के रहने वाले एक व्यक्ति,
मनोज सिंह ने उसे पुलिस अधिकारी बनाने
का झांसा दिया था। इसके लिए उसने मिथिलेश से 2 लाख रुपये लिए और बदले में उसे पुलिस की
वर्दी और नकली पिस्टल थमा दी। मिथिलेश ने बताया कि वह इस धोखाधड़ी का शिकार हो गया
था, क्योंकि उसे उम्मीद
थी कि मनोज उसे वाकई में पुलिस की नौकरी दिला देगा।
वर्दी देने वाला
शातिर आरोपी फरार
पुलिस को यह मामला पूरी तरह से ठगी का
लगा और महकमे ने तुरंत जांच शुरू कर दी। मुख्य आरोपी मनोज सिंह फिलहाल फरार है,
और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मनोज सिंह आखिर कौन है और क्या उसने
इसी तरह से और लोगों को भी ठगा है?
मिथिलेश के मन में था
अधिकारी बनने का जुनून या मानसिक असंतुलन?
पूछताछ के दौरान पुलिस ने पाया कि
मिथिलेश के चेहरे और हाव-भाव से यह जाहिर हो रहा था कि उसे पुलिस अधिकारी बनने का
बेहद शौक था। यह शौक इतना गहरा था कि वह किसी के भी झांसे में आकर ठगी का शिकार हो
गया। पुलिस अभी यह जांच कर रही है कि क्या यह मानसिक असंतुलन का मामला है या फिर
मिथिलेश ने जानबूझकर इस ठगी में हिस्सा लिया।
क्या कहता है कानून?
यह घटना समाज में बढ़ते धोखाधड़ी के
मामलों को उजागर करती है, जहां
लोग जल्दी से जल्दी बड़े सपने पूरे करने के चक्कर में ठगी का शिकार हो जाते हैं।
पुलिस ने मामले की जांच को और तेज कर दिया है, ताकि इस साजिश में शामिल सभी लोगों को
कानून के शिकंजे में लाया जा सके।