हिंदी सिनेमा से लेकर साउथ सिनेमा तक के दिग्गज अभिनेता नागार्जुन (Nagarjuna) के बेटे नागा चैतन्य (Naga Chaitanya) जल्द ही एक्ट्रेस शोभिता धुलिपाला (Sobhita Dhulipala) के साथ शादी कं बंधन में बंधने जा रहे हैं. हाल ही में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में नागार्जुन (Nagarjuna) ने अपने पिता अक्किनेनी नागेश्वर राव (Akkineni Nageswara Rao) को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. एक्टर का कहना है कि उनके पिता ने एक बार आत्महत्या की कोशिश की थी.
इसकी कारण लोगों का उनके ‘स्त्रैण’ व्यवहार (महिला जैसी आदतें) का मजाक उड़ाना था, जो उनके मेंटल हेल्थ पर असर डाल रहा था. एक रिपोर्ट के मुताबिक, नागार्जुन (Nagarjuna) ने अपने पिता अक्किनेनी नागेश्वर राव (Akkineni Nageswara Rao) के बारे में बताया, ‘वो समय ऐसा था जब महिलाओं को अभिनेता बनने या मंच पर अभिनय करने की इजाजत नहीं थी. इसलिए, उन्होंने महिलाओं के रोल करना शुरू कर दिया. वे पहले मंच पर नायिका का किरदार निभाते थे’. सुपरस्टार ने याद करते हुए कहा, ‘मेरे साथ भाग्य ने एक मोड़ लिया. एक दिन जब मैं रेलवे स्टेशन पर था’.
जब खुद को मारना चाहते थे नागार्जुन के पिता
नागार्जुन (Nagarjuna) ने बताया, ‘तो ट्रेन में बैठे हुए फेमस निर्माता घंटसाला बलरामय्या ने मुझे देखा और बोले, ‘तुम्हारी आंखें और नाक बहुत अच्छी हैं. क्या तुम एक्टिंग करना चाहोगे?’ और फिर जो हुआ, वो इतिहास बन गया’. उन्होंने ये भी बताया, ‘मुझे अच्छे से याद है कि वो अपने कूल्हे मटका रहे थे. उन्हें लगता था कि ये एक्टिंग है, क्योंकि वो यही मंच पर करते थे’. नागार्जुन ने बताया कि कैसे लोग उनके पिता के ‘स्त्रैण’ व्यवहार (महिला जैसी आदतें) का मजाक उड़ाते थे, जिससे उनके पिता एएनआर बहुत दुखी हो गए थे. एक बार तो उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी.
पिता ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी
नागार्जुन ने कहा, ‘लोगों की हंसी और ताने से वो काफी निराश हो गए थ. वे मरीना बीच पर गए थे और वहां उन्होंने कहा कि वो खुद को मारने का सोच रहे थे. वे कमर तक समुद्र के पानी में चले गए, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिससे उन्होंने खुद को रोक लिया और फिर उन्होंने खुद को संभाला’. उन्होंने आगे बताया कि एक बार किसी ने उन्हें कहा था कि अगर आप सिगार पीते हैं तो आपकी आवाज कर्कश हो जाएगी. पहले वे सिगरेट नहीं पीते थे, लेकिन फिर वे रोज सुबह समुद्र किनारे पर जाते और अपनी आवाज को और कर्कश बनाने के लिए 5-10 मिनट तक चिल्लाते थे.
नागार्जुन के पिता का फिल्मी करियर
नागार्जुन (Nagarjuna) के पिता अक्किनेनी नागेश्वर राव (Akkineni Nageswara Rao) ने 1944 में फिल्म ‘श्री सीता राम जननम’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने अपने 70 साल लंबे करियर में लगभग 255 फिल्मों में काम किया. जिनमें ‘विप्र नारायण’, ‘तेनाली कृष्ण’, ‘श्री रामदासु’, ‘लैला मजनू’ और ‘बलाराजू’ जैसी शानदार फिल्मों का नाम शामिल है. इसके अलावा वो अपने बेटे नागार्जुन और पोते नागा चैतन्या के साथ 2014 में आई फिल्म ‘मनम’ में साथ नजर आ रहे थे. साथ में सामंथा रुथ प्रभु भी नजर आई थीं. ये फिल्म दर्शकों को काफी पसंद आई थी.